सुनो बिहारी
सुनो बिहारी धीरज धर के लोगों की हर बात, बातों से जब बात बनेगी तब होगी शुरुआत!
मंगलवार, 19 अक्टूबर 2010
कुछ शब्द
कुछ शब्द
तुम्हे सौंपा था
मैंनेअपना समझ कर
और
तुम्हारे हाथ से
वे छिटक गए
क्योंकि
उनका अर्थ लगाना आसान था
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें